सभी रिश्तों की डोर , मजबूती से बांधे रखती थी । दीदी सबकी परवाह करती थी । सभी रिश्तों की डोर , मजबूती से बांधे रखती थी । दीदी सबकी परवाह करती थी ।
इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत, उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर, कई बार होता का इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत, उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर, कई ...
नमन करती है लेखनी, आज शहीदों के नाम। नमन करती है लेखनी, आज शहीदों के नाम।
भगवान से भी बड़ी है माँ मेरी हर खुशी है माँ। भगवान से भी बड़ी है माँ मेरी हर खुशी है माँ।
सइयाँ कौनठौर मैं जाऊँ मैली हो गयीमेरी चदरियाओढ़त मैं शरमाऊं सइयाँ कौनठौर मैं जाऊँ मैली हो गयीमेरी चदरियाओढ़त मैं शरमाऊं